समय या तो बोध में रुकता है या मूर्छा में || आचार्य प्रशांत (2013)
2019-11-27 1
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग ३ नवम्बर २०१३ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: समय कहाँ रुकता हैं? कोई काम समयरहित होकर कैसे करें? मन को ध्यानस्त कैसे करें ? अपनी रीडिंग स्पीड (Reading speed) कैसे बढ़ाये? समय या तो बोध में रुकता है या मूर्छा में?